परमात्मा की महिमा का अभ्यास - अध्याय 2 | परमात्मा की महिमा
➤यदि आप ने अभी तक अध्याय 1 में समझाये गए अभ्यास को सही से नहीं समझा है तो पहले 'परमात्मा की महिमा का अभ्यास - अध्याय 1' वीडियो देखे . इस वीडियो में हम परमात्मा की महिमा का अभ्यास आगे बढ़ा रहे है . बास्या थूक के चमत्कार , शरीर से गंध का जड़ से इलाज , आँखों में दर्द का रामबाण इलाज , खुद के भीतर उजाला कैसे करे , दवा लेना गलत या सही , दवा की आदत से मुक्ति , विचारों के द्वन्द से मुक्ति .
➤बीमारी के डर से मुक्ति , खुद में एकाग्र कैसे हो , आकर्षण के सिद्धांत के पीछे का विज्ञानं , लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन ऐसे काम करेगा , अप्रिय दृश्य को भी आप प्यार करेंगे , आप कुछ भी प्राप्त कर सकते हो , जीवन की जंग को जीतने का सबसे आसान तरीका , बीमारी कितनी भी भयंकर हो आप को डर नहीं लगेगा , आप को सच्चा प्यार ऐसे मिलेगा , दांतो को मजबूत करे , हड्डियों को मजबूत करे आदि इस अभ्यास से 100 % संभव है .
➤हमारा आप सभी मित्रों से यह विनम्र निवेदन है की इस चैनल से एक टीवी एपिसोड की तरह जुड़े और नियमित अभ्यास करे . पहले बहुत ध्यान से इसके वीडिओज़ को देखे और इसके आर्टिकल्स को ध्यान से पड़े . बार बार देखने और पड़ने से अभ्यास करने का मन होने लगता है और जैसे ही आप बहुत ही ख़ुशी के साथ सिर से लेकर पाँव तक में एकाग्र होने का अभ्यास करने लगेंगे तो फिर धीरे धीरे आप को स्थायी ख़ुशी की अनुभूति होने लगेगी . धन्यवाद जी . मंगल हो जी .
केवल परमात्मा का अस्तित्व है. परमात्मा सर्वव्यापी है परमात्मा कण कण में विराजमान है. परमात्मा का हर गुण अनंत है जैसे परमात्मा का एक गुण यह भी है की वे एक से अनेक रूपों में प्रकट होते है. निराकार से साकार रूप में प्रकट होना है : सृष्टि की उत्पति अर्थात निराकार से साकार रूप में प्रकट होना ,असंख्य जीव अर्थात एक से अनेक होने का गुण. मानव का लक्ष्य केवल परमात्मा को जानना है , खुद के स्वरूप को जानना है , परमात्मा और हमारे बीच दूरी शून्य है इसका अनुभव करना है , हर पल खुश कैसे रहे इसका अभ्यास करना है
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परमात्मा की महिमा में आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन है