विश्वास करके यह अभ्यास करो आप की बीमारी को जाना ही पड़ेगा | परमात्मा की महिमा
इस वीडियो में मै यह समझा रहा हु की आप जब इस प्रकार से परमात्मा की महिमा का अभ्यास करते है तो आप अपने भीतर उतरने लगते है और आप को अनुभव होने लगता है की जिसे मै इतने समय से शरीर मान रहा था वह तो ऊर्जा है , तरंगे ही तरंगे है , यह सच में कोई ठोस तत्व नहीं है बल्कि कभी कभी तो आप को आप की यह शरीर बहुत हल्की लगेगी और कभी कभी यह शरीर आप को बहुत भारी लगेगी . अब आप को किसी भी काम के लिए देर होने का डर नहीं लगेगा , आप को बीमारी का डर नहीं लगेगा , आप को कर्जे का डर नहीं लगेगा , अपने शरीर की निंदा ना करे , अपने शरीर से घृणा ना करे , अपनी बीमारी का प्रचार ना करे , अपने आप को ईश्वर का बच्चा समझे , किसी भी वस्तु की गहराई में ना जाए , केवल परमात्मा को गहराई से समझे , आप आत्मा हो , आप अजर अमर हो , आप बहुत महान हो . खुद पर विश्वास करके एक बार यह अभ्यास शुरू करे आप को खुद ही पता चल जायेगा की आप कोन हो . धन्यवाद जी . मंगल हो जी .
केवल परमात्मा का अस्तित्व है. परमात्मा सर्वव्यापी है परमात्मा कण कण में विराजमान है. परमात्मा का हर गुण अनंत है जैसे परमात्मा का एक गुण यह भी है की वे एक से अनेक रूपों में प्रकट होते है. निराकार से साकार रूप में प्रकट होना है : सृष्टि की उत्पति अर्थात निराकार से साकार रूप में प्रकट होना ,असंख्य जीव अर्थात एक से अनेक होने का गुण. मानव का लक्ष्य केवल परमात्मा को जानना है , खुद के स्वरूप को जानना है , परमात्मा और हमारे बीच दूरी शून्य है इसका अनुभव करना है , हर पल खुश कैसे रहे इसका अभ्यास करना है
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परमात्मा की महिमा में आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन है