अपने आप को चुम्बक बनाने का अभ्यास | परमात्मा की महिमा
इस वीडियो में परमपिता परमेश्वर की कृपा से मै यह समझाने का प्रयास कर रहा हु की आप अपने व्यक्तित्व को आकर्षक कैसे बनाये , जहा जाए वहा छा जाए, अपना व्यक्तित्व चुम्बक की तरह कैसे बनाये , दुसरो के सामने खुद को कैसे परिभाषित करे , नकारात्मकता को रचनात्मकता में कैसे बदले , हर प्रकार के डर से कैसे मुक्त हो , खुद को ख़ुशी की उत्पादक मशीन कैसे बनाये , अपनी किश्मत को कैसे चमकाए , युग पुरुष कैसे बने , अपने काम करने की क्षमता कैसे बढ़ाये , खुद का वैज्ञानिक कैसे बने , सबसे मिलझुलकर कैसे रहे , अपना धैर्य अनंत कैसे करे , सही गलत का निर्णय कैसे लेवे , शंका मुक्त जीवन कैसे जिए , निंदा चुगली बुराई से कैसे बचे , योग ध्यान व्यायाम में मन कैसे लगाए . धन्यवाद जी . मंगल हो जी .
केवल परमात्मा का अस्तित्व है. परमात्मा सर्वव्यापी है परमात्मा कण कण में विराजमान है. परमात्मा का हर गुण अनंत है जैसे परमात्मा का एक गुण यह भी है की वे एक से अनेक रूपों में प्रकट होते है. निराकार से साकार रूप में प्रकट होना है : सृष्टि की उत्पति अर्थात निराकार से साकार रूप में प्रकट होना ,असंख्य जीव अर्थात एक से अनेक होने का गुण. मानव का लक्ष्य केवल परमात्मा को जानना है , खुद के स्वरूप को जानना है , परमात्मा और हमारे बीच दूरी शून्य है इसका अनुभव करना है , हर पल खुश कैसे रहे इसका अभ्यास करना है
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परमात्मा की महिमा में आप सभी का हार्दिक अभिनन्दन है