प्रभु की इच्छा है इस अभ्यास के वीडियो को पूरा देखे | परमात्मा की महिमा |
इस वीडियो में विपश्यना ध्यान और श्वास शुद्धि अभ्यास के बारे में समझाया गया है . इसमें बताया गया है की किस प्रकार श्वास प्रवास के अभ्यास से हम शरीर में जमा कार्बन को बाहर निकाल सकते है और शरीर को फिर से पूर्ण स्वस्थ कर सकते है , इस अभ्यास से हमारे मन और बुद्धि जगने लगते है और हमें संसार की वस्तुए साफ़ साफ़ दिखाई देने लगती है , हमारे भीतर जो घृणा , ईर्ष्या , निंदा , बुराई , चुगली के भाव होते है वे अब शक्ति , आनंद , शांति , ख़ुशी , समृद्धि में बदलने लगते है , साधक इस अभ्यास को अपनी सामर्थ्य के अनुसार करे , यह अभ्यास मन और शरीर के बीच दूरी घटाकर हमे ईश्वर की अनुभूति कराता है , जैसे जैसे शरीर और मन के बीच दूरी घटती है हमे कई प्रकार के परिवर्तनों का अनुभव होता है , हम इन परिवर्तनों को सुख दुःख ना कहकर ईश्वर्य अनुभव कहेंगे तो हमे सच दिखाई पड़ने लगता है .
इस वीडियो में विपश्यना ध्यान और श्वास शुद्धि अभ्यास के बारे में समझाया गया है . इसमें बताया गया है की किस प्रकार श्वास प्रवास के अभ्यास से हम शरीर में जमा कार्बन को बाहर निकाल सकते है और शरीर को फिर से पूर्ण स्वस्थ कर सकते है , इस अभ्यास से हमारे मन और बुद्धि जगने लगते है और हमें संसार की वस्तुए साफ़ साफ़ दिखाई देने लगती है , हमारे भीतर जो घृणा , ईर्ष्या , निंदा , बुराई , चुगली के भाव होते है वे अब शक्ति , आनंद , शांति , ख़ुशी , समृद्धि में बदलने लगते है , साधक इस अभ्यास को अपनी सामर्थ्य के अनुसार करे , यह अभ्यास मन और शरीर के बीच दूरी घटाकर हमे ईश्वर की अनुभूति कराता है , जैसे जैसे शरीर और मन के बीच दूरी घटती है हमे कई प्रकार के परिवर्तनों का अनुभव होता है , हम इन परिवर्तनों को सुख दुःख ना कहकर ईश्वर्य अनुभव कहेंगे तो हमे सच दिखाई पड़ने लगता है .