क्रियायोग – महावीर , बुद्ध , कबीर , ओशो , गुरु नानक , विवेकानंद , राम , कृष्ण, जीसस इत्यादि में किसकी बात माने और किसकी नहीं ?

यह प्रश्न ही ठीक नहीं है . क्यों की उपरोक्त सभी अपने अपने अनुभव साझा कर रहे है . आप जब इनको पढ़ेंगे तो बार बार पढ़ने से आप धीरे धीरे भ्रमित होने लगेंगे या यह सच समझने लगेंगे की सभी एक ही बात को अलग अलग तरीके से समझाने का प्रयास कर रहे है […]

क्रियायोग – आप के साथ भविष्य में होने वाली बुरी घटनाओं से कैसे बचे ?

आज मै आपको क्रियायोग के अभ्यास का वह राज बताने जा रहा हूँ जिसे आप खुद अभ्यास करके अनुभव कर सकते है और आप के साथ भविष्य में होने वाली बुरी घटनाओं से पूरी तरह बच सकते है . जब आप नियमित रूप से पूर्ण श्रद्धा , भक्ति और विश्वास के साथ क्रियायोग का अभ्यास […]

क्रियायोग – आप जो सोचते है वह होता क्यों नहीं है ? भाग २

आज मै आपको भाग १ के आगे के ज्ञान को प्राप्त करने के लिए क्रियायोग का अभ्यास कैसे करे , वह समझाने जा रहा हूँ . अर्थात विचार क्या है ? , ये कैसे उत्पन्न होते है ? , विचार को साकार रूप में कैसे बदला जाता है ? इन सब का अभ्यास के माध्यम […]

क्रियायोग – आप जो सोचते है वह होता क्यों नहीं है ? भाग १

आज मै आप को क्रियायोग के अभ्यास से यह समझाऊंगा की आप जो सोचते है वह होता क्यों नहीं है ?. आप को अभी ठीक से सोचना आता ही नहीं है . आप को यह सही से पता नहीं है की जो आप देख रहे है , सुन रहे है , बोल रहे है वह […]

क्रियायोग – नास्तिक और आस्तिक को गहराई से समझे

आज मैं आपको क्रियायोग के माध्यम से नास्तिक और आस्तिक के वास्तविक स्वरुप को समझा रहा हूँ . पहले मैं आस्तिक के बारे में बात कर रहा हूँ . आस्तिक का सही अर्थ होता है की कोई भी व्यक्ति जो किसी भगवान, मंदिर , पूजा , पाठ, मस्जिद , गुरुद्वारा , चर्च , मूर्ति ऐसे […]

क्रियायोग – छात्र परीक्षा में मेरिट में कैसे आये ?

आज मै आप को परमात्मा के उस राज को बताने जा रहा है जिसे यदि आप ने क्रियायोग के अभ्यास से अनुभव कर लिया तो आप को मेरिट में आने से कोई नहीं रोक सकता है . यदि आप छात्र है और आप ने यह लक्ष्य बनाया है की आप को अमुक परीक्षा में मेरिट […]

परिवार में सबसे मिलकर कैसे रहे ?

सबसे पहले हमें परिवार का अर्थ समझना चाहिए . परिवार का मतलब होता है जहाँ हमारी परवरिश हुयी है और उसी परवरिश की वजह से आज हम यहां तक पहुंचे है . जब हम पैदा हुये थे तो हमे भूख लगने पर हम खुद चलकर खाना नहीं खा सकते थे . हमे जिसने भी खाना […]

क्या पूर्ण शिकायत मुक्त जीवन जीना संभव है ?

सबसे पहले प्रभु की इस बात को समझे की शिकायत का सही अर्थ क्या होता है ?. जब हम प्रकृति के विरुद्ध जाकर किसी में दोष ढूंढकर उसकी गलती को केवल किसी और को ही अपना सच्चा साथी मानकर बताते है और भीतर से यह कामना करते है की यह व्यक्ति हमारी बात को ही […]

मन को एकाग्र कैसे करे ?

आज परमात्मा की कृपा से मै आप को मन को एकाग्र करने का वह एकमात्र सच्चा तरीका बताने जा रहा हूँ , जिसे यदि आप अपनाते है तो फिर आप का मन एकाग्र होकर ही मानेगा . हमारा मन एकाग्र क्यों नहीं रहता है ? . क्यों की हम खुद से झूठ बोलते है . […]

क्रियायोग – खुद को जानने के लिए शत्रु से भी बिना शर्त प्रेम करना क्यों आवश्यक है ?

मै आपको इसे एक उदाहरण से समझा रहा हु की बिना शर्त प्रेम करना क्यों जरुरी है . खुद को जानने का अर्थ है आप का पेट कैसे बना है , आप का सिर कैसे बना है , क्या आप शरीर तक ही सिमित है या आपका स्वरुप अनंत तक फैला है . अर्थात खुद […]