Category: बार बार पढ़ने का अभ्यास करे तरंगे बदलने लगेगी

स्वरुप दर्शन क्या है ?

मै आपको ‘स्वरुप दर्शन क्या है ?’ का अर्थ बहुत अच्छे से समझा सकता हूँ . क्यों की मुझे मेरे स्वरुप का दर्शन करना बहुत अच्छा लगता है . स्वरुप दर्शन का अर्थ है : खुद को जानना खुद के स्वरुप का दर्शन करना मै कौन हूँ? अपनी आत्मा को पहचानना अपनी आत्मा के दर्शन […]

मेरे दोस्त इसे ध्यान से पढ़े आप की चिंता होगी गायब

 आप चिंता क्यों करते है ? उत्तर : आप की चिंता के निम्न कारण होते है या तो आप सही समय पर सही निर्णय नहीं ले पाते है या आप लोगों से तुलना करके जीवन जीते है या आप को किसी बीमारी का डर है या आप किसी खबर को पढ़कर खुद से जोड़ लेते […]

यदि आप भी गहरी नींद लेना चाहते है तो पहले इसे समझे

मै आप को सबसे पहले यह बताता हूँ की आप गहरी नींद का मतलब क्या समझते है ?. आप के हिसाब से एक ऐसा सुकून या शांत मन जिसकी प्राप्ति होने पर फिर आप को और कुछ नहीं चाहिए . अर्थात आप जब गहरी नींद में होते है तो आप के हिसाब से आप को […]

जैसा आप अभी सोच रहे है परमात्मा आप को वही दे रहे है

जी हाँ. यही शत प्रतिशत सच है . यदि आप अभी यह सोच रहे है की मेरा अमुक मित्र अब पहले जैसा नहीं रहा है . वह अब मेरा सच्चा मित्र नहीं है . तो उसी क्षण वह मित्र भी आप के लिए यही सोच रहा है की अब आप पहले जैसे नहीं रहे है […]

मै यह कैसे अनुभव करू की मेरे माध्यम से परमात्मा ही सबकुछ कर रहे है ?

इसे आप इसी क्षण अनुभव कर सकते है . आप अपना मुँह औऱ नाक अभी बंद करके देखे औऱ तब तक देखते रहे जब तक दम नहीं घुटने लग जाए . अब आप को कुछ समय बाद नाक या मुँह से श्वास लेनी ही पड़ेगी . यदि आप खुद कुछ कर रहे होते तो फिर […]

मन को सृजन की क्रिया से जोड़ने पर आप हर पल खुश रहने लगते है

आज हम क्रियायोग ध्यान के उन हिस्सों को छूने का प्रयास करेंगे जिनको छूने पर आप को वास्तविक ख़ुशी की अनुभूति होगी . जैसे एक स्त्री कई वर्षो से एक संतान को जन्म देना चाहती है . उसके मन में यह अभिलाषा है की ओर स्त्रियों की भांति उसके भी घर के आँगन में एक […]

मन के भटकाव को रोककर प्रभु से कैसे जुड़े ?

आप प्रभु से तभी जुड़ पाते है जब आप को किसी अन्य कार्य में ख़ुशी नहीं मिलती है . अर्थात जब आप सब जगहों से थक जाते हो और आप को यह अहसास होने लग जाता है की मेरा अब यहां कोई नहीं है तब आप का मन अपने आप ही प्रभु से जुड़ने लगता […]

पहले पेट में गैस की समस्या से मुक्ति पाये फिर ध्यान में बैठे

जब तक हम पेट में गैस की समस्या से पीड़ित रहेंगे तब तक हम गहरे ध्यान में बैठ ही नहीं सकते . तो फिर क्या करे ? सबसे पहले हमे यह समझना है की पेट में गैस क्यों बनती है और फिर पेट की गैस का स्थायी समाधान क्या है इसे समझना है . पेट […]

सही भोजन करने के बाद भी पेट में गैस क्यों बनती है ?

क्यों की ऐसा हमे लगता है की हमने सही भोजन किया है . यदि वास्तविक रूप में हमने सही भोजन किया होता तो फिर हम पेट में बनने वाली गैस से परेशान बिलकुल नहीं होते . बल्कि हमे यह पता होता की भोजन करने के बाद जो यह पेट में परिवर्तन हो रहे है ये […]

मेरे प्रभु आज माया और ब्रह्म को गहराई से समझा रहे है

मै निराकार और साकार दोनों हूँ . मै ही संघनित होकर साकार रचना (माया) का निर्माण कर रहा हूँ . और मै ही लोगों में यह संदेह पैदा करता हूँ की मै अलग हूँ और आप अलग है . तभी तो मै मेरी लीला का आनंद ले पाता हूँ . यदि मै मेरे बच्चे को […]