Category: बार बार पढ़ने का अभ्यास करे तरंगे बदलने लगेगी

मै कैसे विश्वास करू की सबकुछ अपने आप हो रहा है ?

निराकार का जवाब : जैसे हम नल से बाल्टी में पानी भरते है तो पानी भरने की क्रिया के दौरान बाल्टी में अलग अलग आकार के पानी के बुलबुले उठते है और फिर कुछ ही देर में बुलबुले पानी में बदल जाते है . अब कोई प्रश्न यह करे की बाल्टी में ४५ बुलबुले ही […]

आँखों के सामने अपराध होता हुए दिखे तो क्या करे ?

यदि आप एक क्रियायोगी साधक है तो तुरंत भूमध्य क्षेत्र को याद करे , श्वास दर्शन करे , सिर से लेकर पाँव तक में एकाग्र होकर फिर से दुबारा से देखने का अभ्यास करे . आप सच जानकर हैरान रह जायेंगे की आप आखिर क्या देख रहे है. आप के भीतर से  आपको इस अपराध […]

हम यह क्यों कहते है की इस दुनिया में कोई किसी का नहीं है ?

सभी जीव यह बात नहीं कहते है . इसलिए उपरोक्त कथन आंशिक रूप से ही सत्य है . जो आत्मा माया में बहुत गहराई से फसी हुयी है उसका जीव रूप ही यह बात कहता है . अर्थात जीव अहंकार के कारण ऐसा बोलता है . पर जो जीव ऐसा कहता है उसको तो यह […]

जब लोग आप की आप के सामने ही बेइज्जती करने लगे तो क्या करे ?

इसका परमात्मा के मुख से जवाब सुनकर आप हैरान रह जायेंगे की ऐसे झगड़े वाले माहौल को भी आप परम आनंद में आसानी से बदल सकते है यदि आप को खुद के ऊपर शत प्रतिशत विश्वास है तो . कैसे ? जब आप क्रियायोग ध्यान का पूर्ण मनोयोग से गहरा अभ्यास करते है तो आप […]

इस क्षण में जीने का अभ्यास कैसे करे ?

जैसे अभी आप यह लेख बहुत ही ध्यान से पढ़ रहे हो और अचानक से आप के मन में कोई विचार आ जाये जो आप की ऊर्जा को बहुत देर तक खर्च कर दे और फिर अचानक से आप को याद आये की अरे मै तो यह लेख पढ़ रहा था और मै कब कहा […]

इतनी मेहनत करने के बावजूद आप को ख़ुशी क्यों नहीं मिल रही है ?

क्यों की अभी हम खुद से ही झूठ बोलते है . अभी हमें मन का इस्तेमाल कैसे करना है इसकी सही ट्रेनिंग मिली ही नहीं है . क्रियायोग ध्यान का अभ्यास हमारे मन को इस प्रकार से ट्रेंड करता है की हम हर प्रकार की मुसीबत से बाहर निकलने लगते है और वो भी बहुत […]

खुद का भविष्य आप खुद कैसे जाने ?

जब आप क्रियायोग ध्यान का पूर्ण मनोयोग से निरंतर अभ्यास करते है तो आप को आप का भविष्य साफ़ साफ़ नज़र आने लगता है . आप निम्न प्रयोग करके अपना भविष्य अभी जान सकते है : आप शांत स्थान पर बैठ जाए . अब आप अपनी आँखे इतनी बंद करे की आप को असहजता महसूस […]

मृत्यु के भय को अमरता में कैसे बदले ?

जब हम क्रियायोग ध्यान का पूर्ण मनोयोग से और पूर्ण विश्वास के साथ निरंतर अभ्यास करते है और इस संकल्प पर दृढ़ रहते है की केवल परमात्मा का अस्तित्व है तो धीरे धीरे आप को अनुभव होने लगेगा की जिसे आप शरीर समझ रहे थे वह तो लगातार परमात्मा की शक्ति से इस शरीर रुपी […]

लॉ ऑफ़ अट्रैक्शन और सब कुछ पहले से तय है में से क्या सही है ?

जब आप क्रियायोग ध्यान का गहरा अभ्यास करेंगे तो आप को पता चलेगा की दोनों बाते शत प्रतिशत एक ही है . कैसे ? आप चीजे वे ही अट्रैक्ट करते है जो आप के डीएनए में पहले से जमा है . और आप के डीएनए की कोडिंग इस प्रकार से है की आप को यह […]

कण कण में परमात्मा है तो फिर हम कष्ट क्यों पाते है ? | स्वरुप दर्शन

हम कष्ट इसलिए पाते है की अभी यह बात हम यातो किसी से सुन लिए है या हम केवल यह बात बोलते है या हम किसी डर के कारण ऐसा मानते है या हम अज्ञान के कारण ऐसा केवल विचार मात्र रखते है या कोई बुरा नहीं मान जाए इसलिए हम यह कहते है या […]